Bhagwat Dharma in Hindi(Vaishnav Dharma and Shaiva Dharma)। भागवत धर्म नोट्स(वैष्णव धर्म एवं शैव धर्म)

यहाँ हमने भागवत धर्म नोट्स(Bhagwat Dharma in Hindi) हिन्दी मे दिये है। भागवत धर्म नोट्स(Bhagwat Dharma in Hindi) आपको अध्याय को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेंगे और आपकी परीक्षा की तैयारी में सहायक होंगे।

Bhagwat Dharma in Hindi(Vaishnav Dharma and Shaiva Dharma)। भागवत धर्म नोट्स

भागवत धर्म

वैष्णव धर्म:-

  • विष्णु और उनके अवतारों को मानने वाली को वैष्णव कहा जाता है। वैष्णव संतो को अलवार कहते हैं।
  • विष्णु के दस अवतारों का वर्णन मत्स्यपुराण में मिलता है जो निम्न है
    • मत्स्य/मछली/ मीन अवतार
    • कछुआ/कच्छप / कूर्म अवतार
    • सुअर / सुकर/ वराह अवतार
    • नरसिंह अवतार
    • वामन अवतार
    • परशुराम अवतार
    • राम अवतार
    • कृष्ण अवतार
    • बुद्ध अवतार
    • कल्कि अवतार
  • भगवान विष्णु का सबसे विशाल मंदिर कम्बोडिया का अंकोरवाट मंदिर है।
  • ब्रहमा जी का एक मात्र मंदिर भारत के राजस्थान के अजमेर में स्थित पुष्कर का मन्दिर है जहां एशिया का सबसे बड़ा गधों का मेला लगता है।
  • भगवत सम्प्रदाय के विकास में “हिन्द यूनानी” का सर्वाधिक योगदान था।
  • वासुदेव कृष्ण की पूजा सर्वप्रथम सात्वतों ने की थी।
  • नारायण का प्रथम उल्लेख शतपथ ब्राह्मण में मिलता है।
  • भगवत धर्म सम्भवतः सूर्य पूजा से संबंधित है।
  • भागवत धर्म का सिद्धान्त भगवत गीता में निहित है।
  • मेगास्थनीज ने कृष्ण को हैराक्लीज कहा है।
  • प्रतिहार के शासक मिहिरभोज ने विष्णु को निर्गुण एवं सगुण दोनों रुयपों में स्वीकार करते हुए हृषिकेश कहा है।
  • भागवत धर्म का उद्भव मौर्योत्तर काल में हुआ। इस धर्म के बारे में प्रारम्भिक जानकारी “उपनिषदों” में मिलती है।

शैव धर्म

  • शिव को मानने वाले “शैव” कहलाये।
  • शैव संतों को नयनार” कहा जाता है।
  • इतिहास में शिव का सर्वप्रथम उल्लेख सिंधु घाटी सभ्यता में मोहनजोदड़ों से प्राप्त मिट्टी के मोहरों में मिलता है जिसमे एक योगी का चित्र बना है जिसे सर जॉन मार्शल ने पशुपति कहा।
  • मेगस्थनीज ने ई.पू. चौथी शताब्दी में शैव मत का उल्लेख किया है।
  • अर्द्धनारीश्वर की पूजा गुप्तकाल से शुरू हुई तथा अर्धनारीश्वर की पहली मूर्ति गुप्तकाल में ही बनी थी।
  • इस सम्प्रदाय के अनुयायियों को “पंचार्थिक” कहा जाता है।
  • इस मत के प्रमुख सैधान्तिक ग्रन्थ पाशुप्तशुत्र है।
  • पाशुपत सम्प्रदाय का गुप्तकाल में अत्यधिक विकास हुआ इसके सिद्धान्त के तीन अंग है-
    • 1.पति (स्वामी) , 2.पशु (आत्मा) , 3.पाश
  • शिव तथा विष्णु के संयुक्त रूप को हरिहर कहा गया जिसकी मूर्तियां सर्वप्रथम गुप्तकाल में बनाई गयी थी।

शिव से जुड़े प्रमुख स्थल

  • कैलाश पर्वत:- यह शिव का निवास धान माना जाता है।
  • पशुपतिनाथ का मंदिर:- नेपाल की राजधानी काठमांडू में स्थित यह शिव का मंदिर काफी प्रसिद्ध है।
  • एलोरा का कैलाश मंदिर:- महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित इस मंदिर को राष्ट्रकूट वंश के शासक कृष्ण प्रथम ने बनवाया था।
  • महाकालेश्वर मंदिर:- मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर में शिप्रा लिया नदी के तट पर यह मंदिर स्थित है।
  • बाबा बैद्यनाथ मंदिर -झारखण्ड के देवघर में स्थित इस मंदिर का निर्माण राजा पूरनमल ने करवाया था।
  • हरिहर धाम मंदिर – झारखण्ड के गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड में स्थित यह मंदिर झारखण्ड का सबसे ऊंचा शिवलिंग के रूप
  • में प्रसिद्ध है।
  • केदारनाथ मंदिर- यह मंदिर उत्तराखंड राज्य में स्थित है।
  • अमरनाथ मंदिर:- यह जम्मू कश्मीर राज्य में स्थित है।

नोट-शैव धर्म में सबसे प्रचीन मत या विचारधारा पाशुपत मानी जाती है जिसके संस्थापक लकुलिश थे।

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